अमेरिका में व्हाइट हाउस के बाहर हिंसा और प्रदर्शन उग्र, बंकर में छुपाना पड़ा ट्रंप को
अमेरिका में अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में हुये मौत के बाद पिछले छह दिनों से लगातार प्रदर्शन जारी है। रविवार को भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निवास व्हाइट हाउस के सामने इकट्ठा हो गए। पुलिस ने यहां मौजूद करीब 1000 प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये आंसू गैस के गोल छोड़े।
इसके बाद भीड़ भी एक्शन में आ गई। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिये और फायरिंग तक शुरू कर दी। इतना ही नहीं कुछ लोगों ने अमेरिका का झंडा तक जला दिया तो कुछ लोगों ने पेड़ की शाखाओं को तोड़ अपने गुस्से का इजहार किया। आसपास मौजूद वॉशरूम और मेंटिनेंस ऑफिस में आग भी लगा दी गई।

बताया जा रहा है कि बीते शुक्रवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी व्हाइट हाउस के बाद बाहर इकठ्ठा हो गए जिसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को सुरक्षा के मद्देनज़र बंकर में ले जाया गया। मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों की भीड़ अचानक आ जाने से व्हाइट हाउस में भगदड़ मच गयी जिसके बाद ट्रंप को भी बंकर में छुपाना पड़ा था।

न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक व्हाइट हाउस के बाहर स्थिति संभालने तक ट्रंप को बंकर में रखना पड़ा। ट्रंप करीब 1 घंटे से ज्यादा वक़्त तक बंकर में रहे थे। हालांकि ये स्पष्ट है कि फर्स्ट लेडी मेलेनिया ट्रंप और बैरॉन ट्रंप को बंकर में ले जाया गया था या नहीं। सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत राष्ट्रपति के पूरे परिवार को ऐसी स्थिति में बंकर में शिफ्ट कर दिया जाता है। हालांकि ट्रंप ने देश में जारी प्रदर्शनों से निपटने के लिए नेशनल गार्ड और सीक्रेट सर्विस की काफी तारीफ की है।

बता दे यहां अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की एक पुलिस ऑफिसर के उसके गले पर घुटना रखने के बाद दम घुटने से मौत होने पर लगातार नस्लभेद और अश्वेतों पर पुलिस की ओर से की जाने वाली बर्बरता पर बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं।



