अब स्कूल बस-टैक्सी चालक नहीं कर पाएंगे ओवरटेक, उच्च शिक्षा निदेशालय का फैसला

Spread the love

School bus facts: Interesting Facts: पीला क्यों होता है स्‍कूल बसों का रंग?  यहां जानें इससे जुड़ी बातें - why are school buses yellow in color |  Navbharat Times

हिमाचल प्रदेश में स्कूल बसों और टैक्सियों पर अन्य वाहनों को ओवरटेक करने पर रोक लगा दी गई है। विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी निजी और सरकारी स्कूल प्रिंसिपलों को इसके निर्देश जारी किए हैं। चलते समय बसों के दरवाजे बंद रखने और निर्धारित स्थानों पर ही वाहन रोकने की हिदायत दी गई है। बस चालक के पास भारी वाहन चलाने का न्यूनतम पांच वर्ष का अनुभव अनिवार्य किया है। बसों में आग बुझाने के यंत्र होने चाहिए। बसों और टैक्सियों में ओवरलोडिंग पर भी रोक लगाई गई है। नियमों का पालन नहीं करने वाले बस चालकों और स्कूल प्रबंधकों को कार्रवाई के प्रति भी चेताया है।

संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा ने बुधवार को जिला उपनिदेशकों और निजी व सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को पत्र जारी किया है। पत्र में स्पष्ट किया है कि बच्चों की मौजूदगी के दौरान अगर कोई भी स्कूल बस या टैक्सी को चालक किसी अन्य वाहन से ओवर टेक करता हुआ पाया गया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने से लेकर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। स्कूल बसों और टैक्सियों को अधिक स्पीड में भी नहीं चलाना होगा। स्कूल बसों के चलते समय दरवाजे बंद रहने चाहिए। बसों और टैक्सियों में स्कूल ड्यूटी आगे और पीछे लिखवाना भी अनिवार्य किया गया है।

शिक्षा निदेशालय ने विद्यार्थियों को बसों और टैक्सियों में बैठते और उतरते समय अनुशासन बनाए रखने के लिए जागरूक करने के स्कूलों प्रभारियों को निर्देश दिए हैं। पीटीए और एसएमसी बैठकों के दौरान सड़क सुरक्षा को लेकर भी जागरूक करने को कहा गया है। प्रदेश के सभी स्कूलों पर यह व्यवस्था वीरवार से लागू कर दी गई है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने कहा है कि विद्यार्थियों की सुरक्षा के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई होगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक