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अब जींस नहीं, फॉर्मल में नजर आएंगे शिक्षक…परोल में ड्रेस कोड लागू

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जिला हमीरपुर के कई सरकारी स्कूलों में शिक्षकों ने स्वेच्छा से निजी  स्कूलों की की तर्ज पर ड्रेस कोड लागू कर दिया है। अब कोई भी शिक्षक जींस व शर्ट में नजर नहीं आएगा सभी फॉर्मल ड्रेस (Formal Dress) में नजर आएंगे। इसी कड़ी में भोरंज उपमंडल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला परोल में शिक्षकों के ड्रेस कोड की चर्चा हर तरफ हो रही है।

बता दें कि स्कूल शिक्षकों ने स्वेच्छा से ही ड्रेस कोड लागू किया है। जिन स्कूलों ने स्वेच्छा से ड्रेस कोड लागू किया है, इन स्कूलों के शिक्षक फॉर्मल पैंट-कमीज व ब्लेजर में और महिला शिक्षक साड़ी व सलवार-कमीज में स्कूल पहुंच रही हैं।

 शिक्षकों के ड्रेस कोड (Dress Code) से स्कूल में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक भी इस प्रयास से काफी खुश नजर आ रहे हैं। एमबीएम न्यूज़ से बातचीत के  दौरान रा.व.मा.पा परोल के प्रधानाचार्य विपिन माहिल ने बताया कि उनके स्कूल के सभी शिक्षकों ने स्वेच्छा से ड्रेस कोड लागू किया है, इससे स्कूल के शिक्षक काफी खुश है। वहीं स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब  सभी स्टाफ इसी ड्रेस में आपको नजर आएगा।

       उल्लेखनीय है कि हमीरपुर जिला के पांच-छह सरकारी स्कूलों के प्रिंसीपल ने अपने शिक्षकों के साथ मिलकर स्वेच्छा से शिक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड शुरू कर दिया है, जो कि क्षेत्र में भी काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।  उधर, उच्चतर शिक्षा विभाग हमीरपुर उपनिदेशक डा. मोही राम चौहान ने बताया कि हमीरपुर जिला के करीब आधा दर्जन स्कूलों के शिक्षकों ने स्वेच्छा से ड्रेस कोड लागू कर दिया है। इन स्कूलों में छात्रों के साथ-साथ शिक्षक भी ड्रेस कोड में पहुंच रहे हैं।

इन स्कूलों में बदलाव…..

भोरंज उपमंडल के तहत पढ़ने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला परोल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जाहू और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाहन्वी आदि में शिक्षकों ने स्वेच्छा से ड्रेस कोड लागू किया है। इसके चलते स्कूलों में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहा है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक