अब कालका-शिमला हाईवे परकंबल-बोरी में बंधी मिली बिलासपुर के 32 साल के युवक की लाश

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हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में दो दिन पहले शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर परवाणू से आगे दो युवतियों के शव मिलने का मामला अभी सुलझा नहीं है। वहीं, ऐसा ही एक और मामला सामने आया है।  यहां पर हाईवे किनारे अब युवक की बोरी में लाश मिली है।  पिंजौर की रथपुर कॉलोनी के सामने सड़क किनारे नाले में बंद बोरी में युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। गुरुवार शाम को लाश बरामद हुआ है। 

जानकारी के अनुसार, मौके से गुजर रहे एक व्यक्ति की नजर बोरी पर पड़ी और जब वह बोरी के नजदीक गया तो उसमें से पैर का अंगूठा बाहर निकला हुआ था। शख्स ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी । इसके बाद थाना पिंजौर पुलिस की टीम और कालका एसीपी मुकेश जाखड़ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव की शिनाख्त करवाने के लिए आस के लोगों मौके पर बुलाया और एक व्यक्ति ने बताया कि उसके दोस्त का साला कुछ दिन से लापता है। व्यक्ति ने हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी में दोस्त को मौके पर बुलाया।  बाद में परिजनों ने शव की शिनाख्त 32 वर्षीय अभिनव चंदेल के तौर पर की है। 

अभिनव चंदेल हिमाचल के बिलासपुर की तहसील घुमारवीं के गांव बलोह के रहने वाला था। युवक के पिता अशोक चंदेल एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में डिप्टी डायरेक्टर हैं। उनके दो बेटे हैं, जिनमें अभिनव बड़ा बेटा था।  अभिनव बद्दी में फार्मा कंपनी में नौकरी करता था और वह 30 जनवरी से लापता था।  उन्होंने अभिनव के गुम होने की शिकायत बद्दी थाने में दर्ज करवाई थी। सूत्रों से पता चला है कि अभिनव कोविड पॉजिटिव था।  अभिनव की अंतिम बार 30 जनवरी को छोटे भाई से फोन पर बात हुई थी। उसने छोटे भाई को बताया था कि वह एक बार फिर कोरोना टेस्ट करवाने पिंजौर या कालका हॉस्पिटल जा रहा है।  वहीं मृतक की बॉडी नीली पड़ी हुई थी और उसका मुंह कंबल से लपेटा हुआ था, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 

सोलन जिले में बीते बुधवार को कालका -शिमला हाईवे पर परवाणू में दो युवतियों की लाशें बोरियों में मिली थी।  युवतियों की पहचान नहीं हो पाई है।  शवों का शिमला के आईजीएमसी में पोस्टमार्टम करवाया गया है।  पुलिस के लिए यह डबल ब्लाइंड मर्डर है  फिलहाल शवों की पहचान की कोशिश की जा रही है। 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक