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अतिरिक्त उपायुक्त काज़ा ने वन विभाग द्वारा आयोजित मिनी मैराथन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

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अतिरिक्त उपायुक्त स्पीति राहुल जैन ने हिमाचल प्रदेश वन विभाग द्वारा मनाए जा रहे वन्यजीव सप्ताह के तहत वन विभाग स्पीति द्वारा स्पीति में वन्यजीव संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए रविवार को न्यू सर्किट हाउस काज़ा से शेगो तक आयोजित मिनी मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मैराथन में मुंसलिग स्कूल रंगरिक और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला काज़ा के स्कूली बच्चों सहित सेना के 20 व 11 डोगरा के जवानों ने हिस्सा लिया। जिसमें 95 से अधिक प्रतिभागी शामिल थे। मैराथन सुबह 6:30 बजे प्रारंभ हुआ और इसमें भाग लेने के लिए सभी प्रतिभागी बड़ी संख्या में सुबह 6 बजे से ही पहुंचने लगे और मैराथन में भाग लेने के लिए उत्साहित दिखे।

 

अतिरिक्त उपायुक्त राहुल जैन ने कहा कि इस मैराथन का मुख्य उद्देश्य वन्यजीव संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना और वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि स्पीति जैसे दुर्गम एवं दूरदराज़ के क्षेत्र में वन्य जीव संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और भी कार्य करने की आवश्यकता है। वन्य जीव और वनों का अस्तित्व एक दूसरे से जुड़ा हुआ है, इसलिए हम सबको इसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आगे आना होगा ताकि वन्य जीव एवं वनों का संरक्षण सुनिश्चित हो सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ने उपस्थित सभी लोगों को वन्य जीव संरक्षण के लिए शपथ भी दिलाई।
मिनी मैराथन दौड़ में दोर्जे छोपेल ने प्रथम, छेरिंग दोर्जे ने द्वितीय तथा मयंक यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
अतिरिक्त उपायुक्त राहुल जैन ने प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया।
इस मैराथन के दौरान एसडीएम काज़ा शिखा, डीएफओ मंदार उमेश जेवरे, बीडीओ अंशुल, वन विभाग के अधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक