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अंतरराज्यीय ढली बस अड्डा जनता को समर्पित, सीएम ने किया उद्घाटन

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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को अंतरराज्यीय ढली बस अड्डे का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पंचायतीराज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, शिमला शहरी मंत्री हरीश जनारथा सहित अन्य माैजूद रहे। बस अड्डे में इसमें व्यावसायिक परिसर भी बनाया गया है। बस अड्डे में यात्रियों को कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। वहीं चौक पर बसों के मुड़ने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने से लगने वाले ट्रैफिक जाम से भी निजात मिलेगी।बस अड्डे के ग्राउंड फ्लोर में बसों के संचालन के लिए आठ काउंटर बनाए गए हैं। यहां से बसों का संचालन किया जाएगा।  हालांकि, बस अड्डा से किन रूटों की बसें चलेंगी, यह अभी तय नहीं है। हर मंजिल पर सार्वजनिक शौचालयों की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां लोगों को बैठने के लिए प्रतीक्षालय का भी बनाया गया है। दूसरी मंजिल पर चालकों-परिचालकों के लिए विश्राम रूम बनाए गए हैं। बस अड्डे की तीसरी मंजिल पर एचआरटीसी के शिमला शहरी और शिमला ग्रामीण प्रबंधक के कार्यालय बनाए गए हैं।

धात्री महिलाओं के लिए फीडिंग रूम, दिव्यांगों को मिलेगी रैंप की सुविधा
बस अड्डे में यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। प्रदेश में पहली बार किसी बस अड्डे में महिलाओं के लिए वेटिंग रूम के अलावा धात्री महिलाओं के लिए फीडिंग रूम की व्यवस्था भी की गई है। ढली बस अड्डे में दिव्यांगों की सुविधा के लिए रैंप बनाए गए हैं। शौचालयों में भी रैंप की व्यवस्था की गई है, जिससे दिव्यांगों को इनका इस्तेमाल करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके अलावा बस अड्डे में यात्रियों के लिए कैंटीन और कैफेटेरिया की सुविधा भी मिलेगी।ढली स्थित सब्जी मंडी का होगा विस्तारीकरण, सीएम सुक्खू ने किया शिलान्यास, सीए स्टोर भी बनेगा


हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ढली स्थित सब्जी मंडी के विस्तारीकरण कार्य का भी शिलान्यास किया। कहा कि ढली स्थित सब्जी मंडी का विस्तारीकरण किया जाएगा। इसमें नई दुकानों समेत पार्किंग भी बनाई जाएगी। शिमला में सीएम स्टोर बनाने की संभावनाओं को भी तलाशा जाएगा

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक