अंकुर ओबराय, जो कोरोना दौर में कैमरे से छुप कर भी काम करते नजर आए
कोरोना के दौर में शुरुआती दौर से अब तक बहुत से लोग प्रेरणा बनकर सामने आए व लोगों की सेवा में दिन रात डटे रहे। कोई राशन बांटने में अपनी अग्रणीय भूमिका निभाते नजर आया तो कोई जरूरत के अन्य समान देने में। ऐसे में सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में एक शख्श ऐसा भी है जो दिन रात लोगों की सेवा में जूटा हुआ है। घर में साढ़े तीन साल का नन्हा हार्दिक है व धर्मपत्नी भी इसी अस्पताल मे सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर एसआरएल लैब में सेवाएं दे रही है। माता-पिता भी 75 वर्ष से अधिक उम्र के है । ऐसे में जब बच्चा छोटा, माता पिता बजुर्ग हो तो कोई भी ऐसा काम करने से कतराएगा कि हर रोज कोरोना के रोगियों व इसके संदिग्ध के सैंपल लिए जाए।
लेकिन सीनियर लैब टेक्निशयन के पद पर तैनात अंकुर ओबराय न सिर्फ हर रोज अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है बल्कि हर रोज अस्पताल में आने वालों के सैंपल ले रहे है। जब पूरे हिमाचल में बहुत कम लोगों की सैंपलिंग हो रही है है वहीं अंकुर के पास आने वालों का आंकड़ा बहुत अधिक होता है। मिलनसार व्यक्तितव के धनी अंकुर ने 10 सितंबर से लेकर आज तक 3407 लोगों के सैंपल ले चुके है जिसमे से 465 लोग कोरोना पॉज़िटिव भी आ चुके है। ऐसे में जब परिवार के लोग भी दूरी बनाए रखते है ऐसे में उनका परिवार उन्हे और अधिक हिम्मत से काम करने की सलाह देता है।
अंकुर के जज्बे को थर्ड आई टूड़े की टीम सलाम करती है और आप लोगों से भी अनुरोध करती है कि जहां भी सही मायने मे कोरोना वारीयर्स मिले तो उनके काम को सराहे ताकि वो और हिम्मत से हम लोगों के लिए तत्पर रहे । उनके परिवार को भी एक सेल्यूट जरूर बनता है जो अपने अंकुर के काम को और ऊर्जा से करने की सलाह दे रहे है।