श्री रामचरितमानस से सीखे जीवन प्रबंधन – डाॅ. शांडिल

Spread the love

प्रदेश सरकार ने अपने पहले ही बजट में वित्तीय प्रबंधन की दिशा में बढ़ाए कदम… रामनवमी के पावन पर्व पर आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ममलीग स्थित मां बगलामुखी मंदिर में शीश नवाया तथा प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की।

डाॅ. शांडिल ने इस अवसर पर सभी को नवरात्रि पर्व तथा रामनवमी की बधाई दी। उन्होंने कहा कि रामनवमी भारत ही नहीं अपतिु विदेशों में भी मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम का हमारी संस्कृति एवं जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। भगवान राम को एक आदर्श के रूप में माना जाता है और श्री रामचरितमानस सहित विभिन्न भाषाओं में लिखी गई रामायण से हमें जीवन प्रबंधन की सीख मिलती है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि का यह पर्व हमें अनुशासन के साथ उचित मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि भारतीय संस्कृति द्वारा स्थापित नैतिक मूल्यों का अनुसरण करें। स्वास्थ मंत्री ने इस अवसर पर उपिस्थत लोगों का कुशलश्रम जाना। उन्होंने क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुनी तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों को इनके यथाशीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने पहले ही बजट में समाज के सभी वर्गों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने और वित्तीय प्रबंधन की दिशा में प्रयास किया है। इसके सकारात्मक परिणाम शीघ्र सामने आएंगे।

इस अवसर पर जोगेंद्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा खंड कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, ग्राम पंचायत ममलीग के प्रधान हरिचंद ठाकुर, ग्राम पंचायत ममलीग की पूर्व प्रधान सत्या देवी, सेवानिवृत्त फ्लाइट लेफ्टिनेंट त्रिलोक चंद शांडिल, उपमंडलाधिकारी कंडाघाट सिद्धार्थ आचार्य, अन्य विभागों के अधिकारी, कांग्रेस के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक