शिक्षा का महत्व समझे विद्यार्थी, छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ें- संजय अवस्थी

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मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा धन है जो लक्ष्य की इमारत को मज़बूत बनाने में एक सुदृढ़ नींव का कार्य करती है। संजय अवस्थी आज सोलन के कोठों स्थित कला और संस्कृति केन्द्र में एक निजि डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क द्वारा अयोजित ‘शाइनिंग स्टॉर अवॉर्ड’ समारोह में उपस्थितजनों को सम्बोधित कर रहे थे।
संजय अवस्थी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का महत्व समझें और छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित कर, इनकी प्राप्ति के लिए अपना रोड मैप बनाकर आगे बढ़ने का निरंतर प्रयास करते रहें। उन्होंने कहा कि आज के पुरस्कार विद्यार्थियों के लिए अंतिम पड़ाव नहीं है, सफलता की यात्रा लम्बी व कठिन होती तो मेहनत और शिक्षा का हाथ पड़कर एक बेहतर भविष्य बनाएं।

 

मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है। राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना किस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रदेश सरकार द्वारा भविष्य की जरूरत के अनुरूप युवाओं को तैयार करने की दृष्टिगत व्यावसायिक व भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि ‘शाइनिंग स्टॉर अवॉर्ड’ का उद्देश्य 10वीं व 12वीं कक्षा में अपने बोर्ड में 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित कर प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि इस समारोह का लक्ष्य उज्जवल युवाओं से जुड़ना और एक रचनात्मक समाज को बढ़ावा देना है। उन्होंने आयोजकों का आभार जताते हुए कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करना एक बेहतर कल का उदाहरण है।
मुख्य संसदीय सचिव ने इस अवसर पर 10वीं व 12वीं कक्षा में 85 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले सोलन ज़िला के विभिन्न स्कूलों के 180 मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजन उप्पल, उप निदेशक उच्च शिक्षा जे.सी. नेगी, उद्योग विभाग के महाप्रबंधक सुरेन्द्र ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व ड्रग नियंत्रण अधिकारी नवनीत मरवाहा, न्यूज़ रडार के कार्यकारी संपादक सुनील चड्डा सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारी व मेधावी विद्यार्थी तथा उनके परिजन उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक