वंदे भारत ट्रेन में आधा लीटर पानी उपलब्ध कराने पर रेल मंत्री का आभार : खन्ना

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-भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने केंद्रीय रेल मंत्री के समक्ष रखा था मामला l
-रेलगाड़ी में आधा लीटर पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने पर खन्ना ने केंद्रीय रेल मंत्री का जताया आभार

भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को वन्दे भारत रेलगाड़ी में पीने के लिए दी जाने जाने वाली पानी की बोतल को शताब्दी की तरह आधा लीटर करने हेतु पत्र लिखकर यह कहा था कि पूर्व में शताब्दी में पीने के लिए एक लीटर पानी की बोतल दी जाती थी। उन्होंने कहा कि मैने यह विषय पूर्व रेलमंत्री के समक्ष रखा था और उनसे आग्रह किया कि वंदे भारत में भी शताब्दी की तरह आधा लीटर की पानी की बोतल उपलब्ध कराई जाए ।

अविनाश राय खन्ना ने कहा कि उन्हे वन्दे भारत में बहुत सुखद एवं आरामदायक सफर करने का अनुभव हुआ इसके लिए भी रेल मंत्री का हार्दिक धन्यवादी हैं। उन्होंने कहा कि इसमें भी यात्रियों को दी जाने वाली एक लीटर पानी की जगह पहले आधा लीटर बोतल दी जाए ।

उन्होंने कहा कि वन्दे भारत में लगभग 1000 यात्री यात्रा करते है, अगर पानी की बोतल को आधा लीटर किया जाता है तो आधा पानी और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग भी कम होगा ।
उन्होंने केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से अनुरोध करते हुए कहा कि बन्दें भारत में यदि किसी को अधिक पानी की आवश्यकता हो तो उसे पुनः पानी दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के द्वारा काफी पानी और सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को कम किया जा सकता है
प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि वन्दे भारत रेलगाड़ी में पीने के लिए दी जाने वाली पानी की बोतल को शताब्दी की तरह आधा लीटर करने के लिए रेलमंत्री से अनुरोध किया था। उसके उपरान्त वन्दे भारत रेलगाड़ी में पीने के लिए दी जाने वाली पानी की बोतल को शताब्दी की तरह आधा लीटर उपलब्ध करवाने के आदेश देने के लिए उन्होंने केंन्द्रीय रेलमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि 4 अगस्त को लिखे इस पत्र के अनुरोध पर वन्दे भारत रेलगाड़ी में पीने के लिए दी जाने वाली पानी की बोतल को शताब्दी की तरह आधा लीटर कर दिया है । उन्होंने कहा सीकि इस निर्णय से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पानी बचाओ और सिंगल युज प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने की मुहिम सार्थक हुई है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक