मुख्यमंत्री सुक्खू खुद होम मिनिस्टर पर उनके राज में हिमाचल पुलिस , कानून व्यवस्था की हालत खस्ता : बिंदल

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शिमला, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा की मुख्यमंत्री सुक्खू खुद होम मिनिस्टर है पर उनके राज में हिमाचल पुलिस , कानून व्यवस्था की हालत खस्ता हो चुकी है। एक जगह सिरमौर में पुलिस अधिकारी बेबस दिखाई दे रहे है और दूसरी तरफ चंबा में पुलिस अफसरों की हत्या कर थाने के बाहर रख दी जाती हैं, सिरमौर में तो हद ही हो गई अभी तक पुलिस वाला जिसपर दबाव बनाया जा रहा था वह लापता है।

उन्होंने कहा की किहार थाना से महज 80 मीटर की दूरी पर आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के एएसआई की हत्या का मामला सामने आया है। मृतक के सिर पर डंडे से प्रहार किया था। सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण एएसआई सड़क पर बेसुध होकर गिर गया। घटना का पता बुधवार सुबह लगा, जब स्थानीय लोग वहां पहुंचे। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। इस घटना से एसा लगता है की हिमाचल प्रदेश भगवान भरोसे चल रहा है।

उन्होंने कहा की सिरमौर पुलिस के एक हेड कांस्टेबल का वीडियो सामने आया है। जिसके बाद तहलका मचा हुआ है। वीडियो में हेड कांस्टेबल एक मामले में पीड़ितों व अपने अधिकारियों पर आरोप लगा रहा है और मानसिक तनाव होने की बात करते नजर आ रहा है। 6 मिनट 60 सेकंड के वीडियो में पुलिस थाना कालाअंब में तैनात हेड कांस्टेबल जसबीर निवासी पांवटा साहिब ने कहा कि पुलिस विभाग में सेवाएं देते हुए उन्हें करीब 16-17 वर्ष हो गए हैं और कालाअंब में सेवाएं देते हुए भी करीब डेढ़ वर्ष का समय हो गया है। वीडियो में 4 दिन पहले हुई एक एफआईआर का जिक्र करते हुए जसबीर ने कहा कि इसमें जो धाराएं लगाई गई थी वह जमानतीय अपराध हैं, लेकिन मामले के पीड़ित लोगों द्वारा उस पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है और ऐसा न करने पर उसे सस्पेंड करवाने की धमकियां दी जा रही हैं। इतना ही नहीं पुलिस के आलाधिकारियों द्वारा भी फाइल लेकर उसे बुलाया गया और दबाव बनाया गया। वीडियो में हेड कांस्टेबल ने बताया कि मारपीट के मामले में वह 307 कैसे लगाएंगे। आज यह पुलिस जवान लापता है, इस पुलिस जवान की जान पर बड़ा खतरा है।
हिमाचल में बंदूक की नोक पर लोगों को उठाया जा रहा है, फिरौती मांगी जा रही है। खनन माफिया सक्रिय है। कांग्रेस राज में हमारा शांत प्रदेश अशांत, असुरक्षित हो गया था।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक