मुख्यमंत्री ने लुथान में रखी सुख-आश्रय आदर्श ग्राम परिसर की आधारशिला

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ज्वालामुखी क्षेत्र में 205 करोड़ रुपये की 11 परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान लगभग 205 करोड़ रुपये लागत की 11 विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास किए। उन्होंने लुथान में प्रदेश के पहले सुख-आश्रय आदर्श ग्राम परिसर का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री ने ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में 38.17 करोड़ रुपये लागत से विभिन्न उठाऊ जल आपूर्ति योजनाओं के जलस्रोत स्तर पर सुधार और संवर्धन, 5.50 करोड़ रुपये से निर्मित पुलिस स्टेशन भवन ज्वालामुखी, 2.13 करोड़ रुपये लागत के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के अतिरिक्त भवन और 14.35 करोड़ रुपये से निर्मित विवाह भवन सह मन्दिर ट्रस्ट पार्किंग का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने लुथान में प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी पहल मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के अर्न्तगत 92.38 करोड़ रुपये लागत से निर्मित होने वाले सुख-आश्रय आदर्श ग्राम परिसर की आधारशिला रखने के साथ ही ज्वालामुखी क्षेत्र के लिए 27.30 करोड़ रुपये से हिमाचल प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय बागवानी, सिंचाई और मूल्यवर्द्धन (एचपीशिवा) परियोजना के तहत सिंचाई सुविधा, भरोली और ज्वालामुखी क्षेत्र में 5.91 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले सात नलकूप, पांच करोड़ रुपये लागत के राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल बानी-द-खूह, राजकीय डिग्री कॉलेज ज्वालामुखी में 7.82 करोड़ रुपये लागत के बहुउद्देशीय हॉल, 4.18 करोड़ रुपये लागत के खारा-नाला तटीयकरण तथा ज्वालामुखी में 2.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली जल शक्ति विभाग की निरीक्षण हट का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार समाज के वंचित वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। इन वर्गों के उत्थान के लिए सरकार ने कई अभिनव पहल की हैं। उन्होंने कहा कि सुख-आश्रय आदर्श ग्राम परिसर इन्हीं में से एक है। लुथान में स्थापित होने वाली इस परिसर में मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के लाभार्थियों को आवास की बेहतर व अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक