मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के तहत सीखने के साथ मिलेंगे 3 हजार रूपये महीना
मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के अन्तर्गत ग्राम पंचायत दीदग में गत दिन विकास खण्ड राजगढ़ की ओर से पारंपरिक सिलाई/बुनाई, सदरी, टोपी व चुराब आदि का प्रशिक्षण आरम्भ किया गया। इस प्रशिक्षण का शुभारम्भ खण्ड विकास अधिकारी राजगढ़ रमेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना में लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह योजना सिखाने वाले और सिखने वाले दोनों के लिए है। उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पारंपरिक कलाओं व शिल्पों में बुनाई व कड़ाई आदि पर प्रशिक्षण प्रदान कर ग्रामीण स्तर पर ग्रामीणों को पारंपरिक स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है।

शर्मा ने कहा कि इस योजना के अन्र्तगत लोगों को प्रशिक्षण दे सकते हैं, इसमें 1500 रूपये महीना एक प्रशिक्षु को प्रशिक्षण देने का मिलेगा और एक बेच में पांच लोगों को प्रशिक्षण दे सकते हैं। इस प्रकार एक प्रशिक्षक को 7500 रूपये महीना सिखाने के लिए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्र्तगत प्रशिक्षण के दौरान भी 3000 रूपये प्रति महीना वजीफा दिया जाएगा। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को तीन महीने प्रशिक्षण लेने व उसके पश्चात् फिर अपना स्वरोजगार शुरू करने को कहा। इस अवसर पर ग्राम पंचायत दीदग की प्रधान वन्दना ठाकुर व विकास खण्ड राजगढ़ के एल.एस.ई.ओ. अनीता पुंडीर, एल.वी.सी.डी. अनीता जस्टा तथा क्षेत्र समन्वयक विरेन्द्र ठाकुर भी उपस्थित थे।