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भाजपा का संगठन विराट एवं बलशाली, कांग्रेस गुटबाजी वाली पार्टी : कटवाल

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शिमला, भाजपा प्रदेश महामंत्री संजीव कटवाल ने कहा कि भाजपा का संगठन विराट एवं बलशाली है, दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी वो पार्टी बन कर रह गई है जिनके पास पिछले एक साल से अध्यक्ष भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपनी कार्यकारिणी को भंग करे भी लंबा समय हो गया, पर अभी तक पार्टी के अंदर चल रही अंतर्कलह के चलते पार्टी को अभी तक ना अध्यक्ष मिल पाया और ना ही पदाधिकारी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी चरम कर है। पार्टी प्रभारी के समक्ष चलती रही नारेबाजी, हाल ही में कांग्रेस पार्टी कार्यालय में दो गुटों के बीच जम कर नारेबाजी हुई और यह सब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल, मुख्यमंत्री सुक्खू, कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और मंत्रियों के सामने चलता रहा। इस दौरान मंच पर बैठे प्रदेश मामलों के सह-प्रभारी चेतन चौहान, सोनिया गांधी-राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे तो पीछे सीएम समर्थक सुक्खू के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे। विक्रमादित्य सिंह समर्थक भी नारेबाजी करते रहे और शक्ति प्रदर्शन किया।


उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री भी पार्टी में घुटन महसूस कर रहे है,
कांग्रेस के मंत्री सार्वजनिक रूप से कह रहे है कि कांग्रेस पार्टी में अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। यह बात पूर्व वन एवं मत्स्य मंत्री ठाकर सिंह भरमौरी ने लहाल में पत्रकार वार्ता में कही थी और सभी ने सुनी थी। उन्होंने कहा कि मैंने पिछले 50 वर्षों से दिन-रात एक करके पार्टी को खड़ा किया है, उसे किसी के हाथों खंडित होते नहीं देख सकते। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह तथा उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से मामले में दखल देने की मांग करते हुए कहा था कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उनके साथ हो रहे भेदभाव पर गंभीरता से कार्रवाई अमल में लाई जाए। ठाकर सिंह भरमौरी ने कहा कि ये स्वयंभू नेता पर अधिकारियों आवश्यक दबाव बनाकर कांग्रेस के ही वरिष्ठ कार्यकर्त्ताओं की भी अनदेखी कर रहे हैं, जिससे पार्टी को नुक्सान हो रहा है। कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक