जिला ऊना के नकड़ोह गांव में बच्चा ने होने पर ससुराल पक्ष द्वारा एक विवाहिता महिला को मिट्टी का तेल छिड़क कर आग के हवाले करने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता को गंभीर हालत में टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने पीड़ित महिला का बयान पुलिस ने दर्ज़ किया। पुलिस ने मामले में ससुराल पक्ष के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
महिला द्वारा पुलिस को दिए बयान के मुताबिक उसका कोई बच्चा नहीं है जिसके चलते इसकी सास जेठानी व ससुराल पक्ष के अन्य लोग उसे ताने मारते रहते थे और उसे मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करते थे। 23 नवम्बर को जब वह अपने घर में थी तब इसकी सास, जेठानी, मामा की बेटी ननंद ने कथित तौर पर इस पर मिट्टी का तेल फेंका और आग लगा दी। इसी बीच इसके पति ने आकर आग को बुझाया। स्थानीय लोगों की मदद से पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन गंभीर हालत के चलते चिकित्सकों ने टांडा अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन उसे टांडा मेडिकल अस्पताल ले गए। जहां पीड़िता ने बयान में बताया कि उसने खुद को आग नहीं लगाई थी बल्कि ससुराल पक्ष ने उस पर मिट्टी का तेल फेंककर आग के हवाले किया था। उधर डीएसपी मनोज जंबाल ने बताया कि पुलिस ने मामला धारा 307,326, 34 आईपीसी के तहत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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