Third Eye Today News

पेट दर्द होने पर महिला के पेट से निकला एक फीट लंबा बालों का गुच्छा

Spread the love

मंडी के बड़े स्वास्थ्य संस्थान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक से शुक्रवार सुबह एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां एक महिला को उल्टी और पेट में जोर की दर्द उठने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार करने के बाद महिला का अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन किया गया। जिसमें महिला के पेट में डॉक्टरों को कोई असमान्य वस्तु दिखाई दी। सफलतापूर्वक ऑपरेशन के बाद डाक्टरों ने जब इस वस्तु को निकाला तो, यह वस्तु एक फीट के करीब बालों का गोला निकली।

मानसिक रूप से अस्वस्थ एक महिला के पेट से बालों का यह गोला निकाला गया है। मानसिक तौर पर अस्वस्थ यह महिला पिछले कई सालों से अपने ही बालों को खा रही थी, जिससे उसके पेट में बालों का गुच्छा बन गया था। डॉ. राहुल मृगपुरी और डॉ. अजय की अगुवाई में महिला की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (laparoscopic surgery) की गई है।ऑपरेशन में डॉ. श्यामली, पंकज, और नर्सिंग स्टाफ चंद्र ज्योति व डिंपल ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा और मरीज की हालत अब स्थिर है।

उसे अस्पताल में निगरानी में रखा गया है। जब विशेषज्ञों ने इसकी विस्तृत जांच की तो यह स्पष्ट हुआ कि मामला ट्राइकोबेज़ोअर (Trichobezoar) का है, यह एक दुर्लभ स्थिति है जिसमें बाल या अन्य अपाच्य पदार्थ पेट में जम जाते हैं। सीनियर मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रजनीश शर्मा ने इस दुर्लभ केस की पुष्टि की है।उन्होंने बताया कि यह सिर्फ एक सर्जरी का मामला नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगों को लेकर समाज में जागरूकता की भारी कमी है, जिसके चलते ऐसी जटिल स्थितियां उभरती हैं। फरवरी 2025 में भी इसी मेडिकल कॉलेज में ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जब एक मानसिक रोगी के पेट से कई असामान्य वस्तुएं निकाली गई थीं। इस तरह के मामले में समय पर इलाज और मानसिक रोगों की सही पहचान से इनसे बचा जा सकता है।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक