पर्यटकों के लिए बहाल हुआ रोहतांग दर्रा,

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रोहतांग दर्रा शुक्रवार को सैलानियों के लिए बहाल हो गया है. अब सैलानी सोलंग नाला, अटल टनल, सिस्सू के अलावा रोहतांग दर्रा में भी बर्फ का मजा ले सकते हैं. रोहतांग दर्रे पर जाने के लिए सैलानियों को ऑनलाइन परमिट बुक करना पड़ेगा. इसके बाद ही सैलानी यहां पर बर्फ के दीदार कर सकेंगे. एनजीटी के निर्देशों के अनुसार यहां पर जाने के लिए ऑनलाइन परमिट की व्यवस्था भी कर दी गई है.

पर्यटन नगरी मनाली में स्थित रोहतांग दर्रा शुक्रवार को सैलानियों के लिए बहाल हो गया है. बीआरओ ने यहां से बर्फ हटाने का काम खत्म कर दिया है. रोहतांग दर्रे में अभी भी सैलानियों को 15 फुट से अधिक बर्फ देखने को मिल रही है. जिला प्रशासन की ओर से इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई है और अब रोजाना 1200 वाहन रोहतांग दर्रे की ओर भेजे जा रहे हैं.

बीते साल बीआरओ ने रोहतांग दर्रा 13 जून को बहाल किया गया था, जबकि इस साल बीआरओ बर्फ को जल्दी हटाने में कामयाब रहा और 24 मई से वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है. अब सैलानी सोलंग नाला, अटल टनल, सिस्सू के अलावा रोहतांग दर्रा में भी बर्फ का मजा ले सकते हैं. रोहतांग दर्रे पर जाने के लिए सैलानियों को ऑनलाइन परमिट बुक करना पड़ेगा. इसके बाद ही सैलानी यहां पर बर्फ के दीदार कर सकेंगे. एनजीटी के निर्देशों के अनुसार यहां पर जाने के लिए ऑनलाइन परमिट की व्यवस्था भी कर दी गई है.रोहतांग दर्रे के बहाल होने की सूचना मिलते ही अब सैलानी एडवांस में परमिट बुक करने में जुट गए हैं. शुक्रवार को पहले दिन 1200 वाहनों ने परमिट हासिल किए. इसके बाद रोहतांग दर्रे पर पहुंचे सैलानी बर्फ के बीच खूब मस्ती करते नजर आए. मढ़ी से लेकर रोहतांग दर्रे तक अब पर्यटकों का मेला सा लग गया है.डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि शुक्रवार से अब रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए बहाल कर दिया गया है और यहां पर प्रशासन पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए पूरी तरह से तैयार है. एनजीटी के निर्देशों के अनुसार हर दिन यहां पर 1200 वाहनों को भेजा जाएगा.रोहतांग दर्रे के बहाल होने से यहां के पर्यटन कारोबार में भी काफी तेजी आएगी. इस समय भारत के मैदानी इलाकों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. गर्मी से राहत पाने के लिए सैलानी पहाड़ी इलाकों का रुख कर रहे हैं. पर्यटकों की संख्या बढ़ने से होटल एवं पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग अच्छे कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं.

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक