नहीं रहे हॉकी के सितारे बलबीर सिंह
भारतीय खेल इतिहास महान हॉकी खिलाड़ी और ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम के कप्तान बलबीर सिंह सीनियर का निधन हो गया। 96 वर्ष की उम्र में उन्होनें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में सोमवार की सुबह अंतिम सांस ली। फोर्टिस अस्पताल के डाइरेक्टर डॉक्टर अभिजीत सिंह ने बताया कि बलबीर सिंह ने सोमवार सुबह करीब 6.30 बजे अंतिम सांस ली। बलबीर के परिवार में उनकी बेटी सुशबीर और 3 बेटे कंवलबीर, करणबीर और गुरबीर हैं।
बलबीर को आजाद हिंदुस्तान के सबसे महान खिलाड़ियों में माना जाता है। वो लगातार 3 बार ह़ॉकी का ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। 1956 के मेलबर्न ओलंपिक में उनकी कप्तानी में भारत ने गोल्ड जीता था। उस दौरान भारतीय टीम ने कुल 38 गोल किए थे जबकि एक भी गोल नहीं खाया था। बलबीर का जन्म 31 दिसंबर 1923 को पंजाब के हरिपुर खालसा में हुआ था। उन्हें न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में हॉकी के सबसे महान खिलाड़ियों में माना जाता है। बलबीर भारत की आजादी के बाद 1948 में लंदन में हुए ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाली टीम का हिस्सा भी थे। वे लंदन ओलंपिक (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) में स्वर्ण जीतने वाले बलबीर सीनियर 1975 में एकमात्र विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर थे।