नशा तस्करी मामला जींद से गिरफ्तार दोनों भाई शिमला पहुंचाते थे चिट्टा, जांच में हुआ खुलासा
चिट्टा तस्कर दोनों भाई संदीप शाह के लिए आठ से दस हजार रुपये में दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से शिमला (मौत की डोज) चिट्टा पहुंचाने का काम करते थे।
पंजाब के जींद से गिरफ्तार चिट्टा तस्कर दोनों भाई संदीप शाह के लिए आठ से दस हजार रुपये में दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से शिमला (मौत की डोज) चिट्टा पहुंचाने का काम करते थे। पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने यह खुलासा किया है। जांच में पता चला है कि आरोपी कई सालों से शाह के लिए नशा तस्करी का काम कर रहे थे। मामले में और सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने दोनों के मोबाइल कब्जे में लिए हैं। इनकी जांच में कई ऐसे वीडियो मिले हैं, जिसमें चिट्टे को पुड़िया में पैक करके छिपाया जाता था। दोनों आरोपियों को अदालत ने 8 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेजा है।

आरोपियों के बैंक खातों को भी खंगाल रही पुलिस
पुलिस आरोपियों के बैंक खातों को भी खंगाल रही है, जिससे उनके और शाह के बीच लेनदेन का खुलासा हो सके। अजय उर्फ गांधी और आशीष उर्फ मनीष उर्फ गोस्वामी उर्फ रावण दोनों सगे भाई हैं। पुलिस ने संदीप शाह और सैमुअल उर्फ मार्क की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सामने आए सामने आए तथ्यों के आधार पर दोनों की गिरफ्तारी की है। शिमला में नशा तस्करी के नेटवर्क में गिरफ्तार नाइजीरियन सैमुअल को पुलिस ने कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया है। पता चला है कि आरोपी त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस ट्रेन में अगरतला से फिरोजपुर जा रहा था। इस दौरान पुलिस की टीम उसका लगातार पीछा करती रही।