दुनिया की सबसे खूबसूरत चंद्रताल झील का दीदार सिर्फ 250 रुपये में, अटल टनल का भी ले सकेंगे नजारा

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समुद्रतल से 14100 फीट की उंचाई पर स्थित दुनिया की सबसे खूबसूरत झीलों में शुमार चंद्रताल लेक तक पहली बार एचआरटीसी केलांग डिपो बस सेवा शुरू करने जा रहा है। यह बस सेवा मनाली और चंद्रताल झील के बीच चलाई जाएगी। सैलानी अब महज 500 रुपये खर्च कर चंद्रताल का नजारा ले सकेंगे। सीबी रेंज के बीच स्थित चंद्रताल झील तक पहुंचने के लिए हर साल हजारों सैलानी यहां आते हैं। लेकिन पर्यटकों को यहां तक पहुंचने के लिए भारी भरकम किराया खर्च करना पड़ता है। अब एचआरटीसी बस से महज 496 रुपये खर्च कर चंद्रताल झील तक पहुंच सकेंगे। मनाली से चंद्रताल की दूरी 110 किमी है। पर्यटकों को अटल रोहतांग टनल होकर मनाली से चंद्रताल झील तक पहुंचाया जाएगा। चंद्रताल झील के सफर के दौरान सैलानी दुनिया के सबसे लंबे ग्लेशियरों में शुमार बडाशिगरी ग्लेशियर को भी करीब से निहार सकेंगे। हालांकि चंद्रताल झील की तरफ जाने वाली सड़क पर सफर जोखिम भरा जरूर है लेकिन यहां पहुंच कर यहां की खूबसूरती को निहारते ही सारी थकान छू मंतर हो जाती है।

चंद्रताल झील

हिमाचल पथ परिवहन निगम पहली बार चंद्रताल झील के लिए बस सेवा शुरू करने जा रहा है। हालांकि अभी सैलानियों को टैक्सी के जरिए मनाली से चंद्रताल तक पहुचंने के लिए करीब 10 से 15 हजार रुपये किराया देना पड़ता है।

लेकिन बस का एक तरफ का किराया महज 248 रुपये प्रति यात्री तय किया गया है। केलांग डिपो के आरएम मंगल चंद मानेपा ने बताया कि दो सप्ताह पूर्व एचआरटीसी के एमडी संदीप कुमार और पूर्व उपायुक्त पंकज राय के बीच बैठक के बाद चंद्रताल का दौरा किया गया।

एमडी के आदेश के बाद रविवार को चंद्रताल लेक तक बस का ट्रायल किया गया जो कामयाब रहा। मानेपा ने बताया कि अब जल्द ही मनाली-चंद्रताल के बीच 37 सीटर बस को चलाया जाएगा। चंद्रताल से बस उसी दिन मनाली वापस लौटेगी।

रविवार को केलांग डिपो ने एसडीएम, बीआरओ 94 आरसीसी के सहायक अभियंता, डीएफओ वाइल्ड लाइफ, डीएसपी काजा, लोनिवि के अधिकारियों के साथ चंद्रताल के लिए बस ट्रायल किया।बातल से चंद्रताल जाने वाली सड़क के कुछ हिस्सों में सड़क को सुधारने के लिए एचआरटीसी ने डीसी लाहौल स्पीति को रिपोर्ट सौंपी है। हालांकि ट्रायल के लिए पूर्व डीसी पंकज राय ने अपनी हरी झंडी दी थी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक