जमीन खरीद में करोड़ों की ठगी, तीन शातिर गिरफ्तार
हिमाचल प्रदेश के सोलन और उत्तराखंड के देहरादून में एक सनसनीखेज ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें शातिर ठगों ने कंडाघाट में गुरुद्वारा और अस्पताल बनाने के नाम पर सोलन के एक कारोबारी से करीब 8.5 करोड़ रुपये ठग लिए। सोलन पुलिस ने इस मामले में तीन मुख्य आरोपियों को देहरादून से गिरफ्तार किया है। सोलन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव सिंह ने बताया कि यह गिरोह पहले भी देहरादून सहित अन्य राज्यों में ठगी की वारदातों में शामिल रहा है।
एसपी गौरव सिंह के अनुसार, 28 जुलाई 2024 को सोलन के खूंडीधार निवासी अशोक कुमार ने सदर थाना सोलन में शिकायत दर्ज कराई थी। अशोक कुमार ने बताया कि उनकी पुरानी जान-पहचान के टेक चंद और राजेंद्र सिंह ने जनवरी 2023 में नरेंद्र, संजय गुप्ता और अन्य लोगों के साथ मिलकर उनसे संपर्क किया। इन लोगों ने दावा किया कि वे बाबा मलकीयत सिंह के लिए कंडाघाट में 50 बीघा जमीन खरीदना चाहते हैं, जिस पर गुरुद्वारा और अस्पताल बनाया जाएगा। अशोक कुमार को आशा देवी की 50 बीघा जमीन दिखाई गई, जिसकी कीमत उन्होंने 100 करोड़ रुपये बताई। आरोपियों ने विश्वास दिलाया कि यदि जमीन कम दाम में खरीदी जाए तो बाबा को बेचकर मुनाफा कमाया जा सकता है, जिसे आधा-आधा बांट लिया जाएगा।
अशोक कुमार इनकी बातों में आ गए और आशा देवी के पति रजनीश वासुदेवा के साथ सौदा तय करने लगे। वहां रजनीश ने तत्काल इकरारनामा करने की बात कही और 1 करोड़ रुपये नकद के साथ 7.5 करोड़ रुपये के दो चेक ले लिए। इसके बाद आरोपियों ने न तो इकरारनामा बनाया और न ही कोई संपर्क रखा। चेक भी बाउंस करवा दिए गए और दिल्ली में अशोक के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया। जांच में पता चला कि यह एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें सभी आरोपी मिले हुए थे।
एसपी गौरव सिंह ने बताया कि सदर थाना सोलन की टीम ने गहन जांच के बाद पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर तीन मुख्य आरोपियों—संजय कुमार गुप्ता (52, अमर विहार, जगाधरी, हरियाणा), मलकीयत सिंह (60, नाडा साहिब, पंचकुला, हरियाणा), और संजीव कुमार गर्ग (52, अमर विहार, जगाधरी, हरियाणा)—को देहरादून से गिरफ्तार किया। इन आरोपियों को सोलन की अदालत में पेश कर दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन्होंने देहरादून के एक कारोबारी से भी 3.80 करोड़ रुपये की ठगी की थी। इनके खिलाफ देहरादून और जगाधरी में धोखाधड़ी व चोरी के चार मामले पहले से दर्ज हैं।