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चंडीगढ़ में हिमाचली युवाओं से मारपीट, विधायक राठौर ने DGP से की बात

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बीती रात चंडीगढ़ में शिमला जिले के युवाओं के साथ मारपीट और तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। घटना में एक युवक के सिर पर गंभीर चोट आई हैं, जिसे 21 टांके लगे हैं। आरोप है कि घटना के बाद जब युवक पुलिस के पास पहुंचे तो उन्हें उचित सहयोग नहीं मिला।

घटना की जानकारी मिलते ही ठियोग के विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर को छात्रों ने फोन पर सूचना दी। इसके बाद राठौर ने तुरंत हिमाचल प्रदेश के डीजीपी से बात कर मामले को संज्ञान में लाने और हिमाचली छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।

डीजीपी ने तत्परता दिखाते हुए चंडीगढ़ पुलिस से संपर्क कर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया।  राठौर ने बताया कि इससे पहले भी चंडीगढ़ में हिमाचल के छात्रों पर हमले हो चुके हैं, जिनमें शिमला, सोलन और ठियोग के छात्रों की हत्या तक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में सोलन, शिमला और सिरमौर के सैकड़ों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और ऐसी घटनाओं के कारण उनमें डर का माहौल बन गया है।

 राठौर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह चंडीगढ़ प्रशासन और उच्च अधिकारियों के समक्ष इस मुद्दे को गंभीरता से उठाए और हिमाचली छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि छात्रों के परिजनों की चिंताओं को दूर करने के लिए राज्य सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।

 

वही राजधानी शिमला से विभागों को शिफ्ट करने पर भी कुलदीप राठौर नाराजगी जताई और कहा कि शिमला प्रदेश की राजधानी और यहां पर सभी जिलों के लोग रहते हैं ऐसे में यहां से विभागों को शिफ्ट करना सही नही है।सरकार ऐसे विभागों को शिफ्ट करे जो  ज्यादा महत्वपूर्ण नही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा निदेशालय को भी यहाँ से शिफ्ट करने की चर्चाएं हो रही है इसको लेकर शिक्षा मंत्री से बात की गई और बड़े विभागों को शिफ्ट न किया जाए।

कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने ओर प्रतिभा सिंह और मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान दमदार नेता को कमान सौंपने के बयान का राठौर ने समर्थन किया और कहा कि जो भी कांग्रेस अध्यक्ष बने प्रभावशाली हो । उन्होंने कहा कि ढाई साल सरकार के बीत चुके है और ढाई साल बाद चुनाव होने है। पार्टी मजबूत होगी तभी चुनाव जीता जा सकता है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक