कलाकारों ने लोगों को जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में किया जागरूक

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प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों एवं कार्यक्रमों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आज सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से सम्बद्ध कलाकारों द्वारा सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोट व ग्राम पंचायत बाशा तथा अर्की विधानसभा की ग्राम पंचायत सरली व ग्राम पंचायत सानण में गीत-संगीत के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।
अक्षिता लोक नृत्य सांस्कृति दल के कलाकारों द्वारा ग्राम पंचायत कोट के कदौर गांव तथा बाशा में लोगों को अवगत करवाया कि राज्य सरकार ने गत वर्ष आई आपदा में पूर्ण रूप व आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों, गौशालाओं, ढाबों आदि के पुनर्निर्माण के ‘पुनर्वास’ पहल के तहत प्रदेश के प्रभावितों ज़िलों के परिवारों को राहत राशि प्रदान की।
कलाकारों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रभावितों के लिए राहत पैकेज की घोषणा भी की गई। राहत पैकेज के तहत भारी वर्षा के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को दी जाने वाली राशि को बढ़ाकर 07 लाख रुपए तथा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपए किया गया है।
इसी प्रकार पूजा कला मंच बाड़ीधार (सरयांज) के कलाकारों ने ग्राम पंचायत सरली तथा ग्राम पचंायत सानण के लोगों को लघु नाटिका के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही हिम गंगा योजना के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि दूध आधारित अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए 500 करोड़ रुपए से हिम योजना आरम्भ की जा रही है। योजना के तहत गांवों में दूध एकत्रीकरण के बाद क्लस्टर स्टार चिलिंग पॉइंट स्थापित किए जाएंगे।
कलाकारों ने लोगों ने सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत कोट कदौर की प्रधान चम्पादेवी, ग्राम पंचायत बाशा के प्रधान चन्दन ठाकुर, ग्राम पंचायत सरली के प्रधान शंकर लाल, ग्राम पंचायत कोट कदौर के उप प्रधान सतीश कुमार, ग्राम पंचायत बाशा के उप प्रधान राजेन्द्र कुमार, ग्राम पचंायत सानण के उप प्रधान पुरूषोत्तम वर्मा, वार्ड सदस्य सरली सीमा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कमला देवी, वार्ड सदस्य सानण नरेश सहित ग्रामीण उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक