उपचुनावों में जीत के लिए कांग्रेस के असंतुष्टों पर भाजपा की नजर
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में तीन उपचुनावों में जीत के लिए भाजपा ने बिसात बिछाना शुरू कर दी है। भाजपा की टीम इन दिनों कांग्रेस के बागियों और भितरघातियों की तलाश कर रही है। सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार की भी रणनीति बना रही है, जिससे मंडी लोकसभा सीट के अलावा कांगड़ा के फतेहपुर और शिमला के जुब्ब्ल-कोटखाई उपचुनाव कि इन सीटों को कब्जाया जा सके।
मंडी लोकसभा और जुब्बल-कोटखाई सीटें पहले से ही भाजपा के पास रही हैं। फतेहपुर कांग्रेस के पास थी। ऐसे में जहां भाजपा को दो सीटों पर मिशन रिपीट को अंजाम देना होगा, वहीं फतेहपुर में इसे कांग्रेस को शिकस्त देनी होगी। मंडी लोकसभा सीट पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा के असामयिक देहांत के बाद खाली हुई है। इसी तरह से फतेहपुर की विधानसभा सीट कांग्रेस के पूर्व विधायक सुजान सिंह पठानिया और जुब्बल-कोटखाई पूर्व मंत्री और वहां के विधायक रहे नरेंद्र बरागटा के देहांत के बाद खाली हुई है।
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कोरोना काल में उपजी स्थितियों के सामान्य होते ही उपचुनाव की घोषणा कभी भी की जा सकती है। कोर कमेटी और भाजपा के सभी मोर्चों-प्रकोष्ठों की पिछले दिनों तीन दिन तक बैठक चली। मंडी में पहले से ही जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को चुनाव का प्रभारी बनाया गया है। उनके साथ परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर सह प्रभारी नियुक्त किए गए हैं।
इसी तरह से फतेहपुर में उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती जैसे नेताओं को चुनाव का जिम्मा सौंपा गया है। जुब्बल-कोटखाई में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को प्रभारी बनाया गया है, जबकि उनके साथ मंत्री राजीव सैजल, सुखराम चौधरी को सह प्रभारी बनाया गया है। डॉ. राजीव बिंदल को समन्वयक की नियुक्ति दी गई है।