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आपदा की घड़ी में देवदूत बनकर सामने आए प्रधानमंत्री मोदी, हिमाचल को दिया हर संभव सहयोग : राकेश जम्वाल

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शिमला , 12 सितम्बर :भाजपा मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पिछले कई महीनों से भीषण आपदा की चपेट में है। भूस्खलन, बाढ़ और लगातार बारिश से प्रदेश का बुनियादी ढांचा बुरी तरह ध्वस्त हुआ, हजारों परिवार उजड़ गए और सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई। इस संकट की घड़ी में जनता को तत्काल राहत, पुनर्वास और ठोस कदमों की ज़रूरत थी, लेकिन अफसोस की बात है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह असंवेदनहीन और अक्षम साबित हुई। मुख्यमंत्री और उनके मंत्री केवल प्रेस कांफ्रेंस और बयानबाज़ी में व्यस्त हैं, जबकि ज़मीन पर उनकी मौजूदगी कहीं नहीं दिखती। हाल ही में सुंदरनगर में सात लोगों की दर्दनाक मौत हुई, लेकिन सरकार का कोई मंत्री तक प्रभावित परिवारों के पास संवेदना प्रकट करने नहीं पहुँचा। यह कांग्रेस सरकार की संवेदनहीनता का सबसे बड़ा उदाहरण है।

जम्वाल ने कहा कि इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपदा की गंभीरता को समझते हुए तुरंत प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री मोदी स्वयं हिमाचल आए, प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और धर्मशाला में उच्चस्तरीय बैठक लेकर हालात की समीक्षा की। उन्होंने हिमाचल के लिए ₹1500 करोड़ के विशेष पैकेज की घोषणा की, जो पहले से जारी ₹5125 करोड़ की राशि के साथ मिलाकर कुल ₹6625 करोड़ हो गया। मोदी सरकार ने हिमाचल को हर क्षेत्र में मजबूती दी है— प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक लाख मकान, मनरेगा के अंतर्गत ₹1000 करोड़, और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन व फोरलेन प्रोजेक्ट्स पर 1 लाख करोड़ से अधिक का निवेश इसका प्रमाण है। यदि पिछले आंकड़ों पर नज़र डालें तो साफ़ होता है कि कांग्रेस की 10 वर्षों की सरकार में हिमाचल को केवल ₹947.408 करोड़ SDRF और ₹553.285 करोड़ NDRF फंड मिला था, जबकि मोदी सरकार के 11 वर्षों में यह राशि बढ़कर क्रमशः ₹3190.39 करोड़ और ₹2684.879 करोड़ हो गई। यह स्पष्ट करता है कि मोदी सरकार ने हिमाचल को चार गुना से भी अधिक सहयोग दिया है।

भाजपा मुख्य प्रवक्ता ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 2023 में कांग्रेस सरकार ने ₹4500 करोड़ के पैकेज का ढिंढोरा पीटा था, लेकिन उसमें से केवल ₹300 करोड़ ही खर्च हो पाए। यह बताता है कि प्रदेश सरकार न केवल कुप्रबंधन में डूबी हुई है बल्कि राहत वितरण के मामले में भी जनता के साथ छल कर रही है। स्थिति यह है कि प्रभावित लोगों को तिरपाल और राशन तक पार्टीबाजी और सिफारिश के आधार पर मिल रहे हैं। भाजपा संगठन ने इस मुश्किल घड़ी में सेवा ही संगठन की भावना को जीवंत करते हुए ज़मीन पर काम किया। भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, असम और त्रिपुरा ने हिमाचल के लिए करोड़ों रुपये और राहत सामग्री भेजी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और सभी भाजपा विधायक लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर पीड़ित परिवारों के बीच पहुँच रहे हैं और खाद्य सामग्री, कपड़े, कंबल और यहाँ तक कि रसोई का सामान तक पहुँचाने में जुटे हुए हैं।

जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व की असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा यह है कि प्रियंका गांधी, जिनका घर शिमला में है, उन्होंने तक आपदा पीड़ितों का हाल जानना ज़रूरी नहीं समझा। राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी, जिन्हें कांग्रेस ने हिमाचल से सांसद का चुनाव लड़वाया, उन्होंने भी एक बार प्रभावित क्षेत्रों में जाने की ज़रूरत नहीं समझी। यह साबित करता है कि कांग्रेस और उसकी सरकार जनता के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं रखती। कांग्रेस के लिए सत्ता केवल ऐशो-आराम का साधन है, जबकि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के लिए सत्ता सेवा का माध्यम है।

भाजपा मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल की जनता ने सब कुछ अपनी आँखों से देख लिया है— एक ओर केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा संगठन हैं, जो हर स्तर पर सहायता और राहत उपलब्ध करवा रहे हैं, और दूसरी ओर कांग्रेस सरकार है, जो आपदा की घड़ी में भी राजनीति करने और केंद्र पर दोषारोपण करने से आगे नहीं बढ़ पाई। संकट की इस घड़ी ने साफ कर दिया है कि हिमाचल की जनता का असली सहारा केवल भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हैं, कांग्रेस नहीं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक